आओ सैर करें, अपनी खैर करें
सैर करना कोई नई बात नहीं है। सैर करना शरीर की सभी मांसपेशियों की ऐरोबिक गतिविधि है, इसके अपने कई लाभ हैं।
यह खुद को स्वस्थ रखने और सुखी रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
आप लोग रोज़ सुबह-शाम लोगों को सैर पर जाते हुए देखते होंगे और शायद खुद भी सैर पर जाते होंगे।
सैर करना एक आसान व्यायाम है, जिसे सभी उम्र के लोग कर सकते हैं। आप मज़े-मज़े में सैर करने जाएं या फिर
नियम से, दोनों तरीके ही फायदेमंद हैं।
आधुनिकता के कारण हमने व्यायाम करने के सभी साधन अपने घरों में लाकर रख लिए हैं।
लोगों का मानना है कि इससे समय की बचत होती है, मगर ऐसा नहीं होता।
अगर हम समय बचाते हैं तो वो समय हमारा मोबाइल खा जाता है।सोशल मीडिया पर एक बार जाने के बाद समय कैसे निकल जाता है, पता ही नहीं चलता
प्रकृति से दूर हो रहे हैं
समय बचाने के चक्कर में हमारा प्रकृति से रिश्ता ही टूट गया है और मोबाइल से जुड़ गया है।
मोबाइल से नाता जोड़ना गलत नहीं है क्योंकि वो आज हम सबकी ज़रूरत है, लेकिन अगर यह जरूरत तक ही
सीमित रहता तो अच्छा था। उसने हमारी जिंदगी के हर हिस्से में दस्तक दे दी है।
यदि हम अपने माता-पिता को देखें तो पता चलता है कि वे सुबह कितनी जल्दी उठते थे और आज भी
जल्दी ही उठ जाते हैं, जबकि हम देर तक सोने की पैरवी करते हैं।
वे हमेशा कहते हैं कि सुबह जल्दी उठना चाहिए, क्योंकि वे जानते हैं जल्दी उठने के कितने फायदे होते हैं।
सैर करने के फायदे
- एक निश्चित समय पर सैर करने से यह आपकी जीवनशैली में शामिल हो जाएगा।
- सैर करने से जो पसीना निकलता है, उससे हमारे शरीर की गंदगी बाहर निकलती है।
- सैर करने से तनाव और अवसाद जैसे शत्रु हमसे दूर रहते हैं।
- सैर करने से नींद बेहतर होती है, जो संसार का सर्वोच्च सुख है।
- सैर करने से प्रकृति के साथ संबंध स्थापित होता है, जो मन को सुख और शांति प्रदान करता है।
- सैर करते समय प्रकृति की अद्भुत रचना का अहसास होता है।
- सैर करने से दिल की बीमारी, मधुमेह, ब्रेन स्ट्रोक और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे कम हो जाते हैं।
- सैर करने से बीमारियों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।
- सप्ताह में पाँच दिन, 20 मिनट रोज़ पैदल चलने या सैर करने से 40-45% बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
तो दोस्तों, सैर करें, प्रकृति से जुड़ें और अपनी सेहत का ख्याल रखें।
तन-मन को स्वस्थ रखने का यह सबसे सरल और प्रभावी उपाय है।